News 36 Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बेकाबू होने के साथ ही प्रशासनिक सख्ती बढ़ने लगी है। रायपुर जिला प्रशासन ने ऐसे 19 लोगों को चिन्हित किया है, जो होम आइसोलेशन का उल्लंघन करते पाए गए हैं। इन लोगों पर महामारी कानून के तहत FIR कराने की तैयारी है। इधर, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- अभी यह संक्रमण सामान्य सर्दी-खांसी जैसा ही दिख रहा है। लोगों को पैनिक होने अथवा दहशत में आने की जरूरत नहीं है।
रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने शुक्रवार को नोडल अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की। इस दौरान बताया गया कि अभी भी बहुत से लोग बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। कई लोगों ने कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी होम आइसोलेशन के लिए पंजीयन नहीं करा रहे हैं। जांच के समय गलत पता और मोबाइल नंबर दर्ज कराया है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर ने ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है, रायपुर, आरंग, तिल्दा और अभनपुर के ऐसे 19 लोगों को चिन्हित किया गया है। अब उन पर महामारी कानून के अलावा IPC की धाराओं में FIR कराई जाएगी।
इस बीच रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, व्यापक संक्रमण होने के बावजूद भी अभी लोग हॉस्पिटल नहीं जा रहे हैं। इसका मतलब है कि इसमें पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। दहशत में आने की जरूरत नहीं है। चौबे ने कहा, बेहद साधारण सर्दी-खांसी जैसा यह संक्रमण दिख रहा है। मैं समझता हूं कि जितनी जल्दी आया है उतनी ही जल्दी चला भी जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा, पिछले दिनों रायपुर जिले के हालात की समीक्षा की थी। लोगों को हॉस्पिटलाइज्ड कम हो रहे हैं। ऑक्सीजन बेड की जरूरत ही नहीं पड़ रही है। वेंटिलेटर का तो सवाल ही पैदा नहीं हो रहा। चौबे ने कहा, जो लोग खुद जांच कर संतुष्ट हो रहे हैं तो उसपर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगाना चाहता। कोरोना के प्रोटोकॉल का सबको पालन करना चाहिए।
कोरोना ड्यूटी पर नहीं आए 121 कर्मचारियों को नोटिस
रायपुर जिला प्रशासन ने कोरोना ड्यूटी पर नहीं आए 121 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें से 120 कर्मचारियों को कोरोना की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के काम में लगाया गया था। उनको सर्किट हाउस के ऑडिटोरियम में बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अभनपुर की काउंसलर गरिमा साहू को भी कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। गरिमा को होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम में ड्यूटी के लिए बुलाया गया था। नहीं आने की स्थिति में नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
कुछ थमती दिखी संक्रमण की रफ्तार
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कुछ थमती दिखी। स्वास्थ्य विभाग ने 24 घंटों में 60 हजार 257 सैंपल कलेक्ट किए गए। इस बीच छह हजार 153 लोग संक्रमित पाए गए। इस मान से प्रदेश की संक्रमण दर 10.21% हो गई है। एक दिन पहले यानी 13 जनवरी को प्रदेश में 6 हजार 15 लोग संक्रमित मिले थे। शुक्रवार को डिस्चार्ज होने वालों की संख्या भी तीसरी लहर में सबसे अधिक थी। चार हजार 83 लोगों को डिस्चार्ज किया गया, जिसमें से केवल 197 अस्पताल में थे।
रायपुर में कुछ कम मिले मरीज, रायगढ़ में विस्फोट
रायपुर में शुक्रवार को पिछले दिनों की तुलना में कम मरीज मिले। यहां एक हजार 859 नए मरीज मिले। 13 जनवरी को 2 हजार 20 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। 12 जनवरी को यहां से 1700 से अधिक मरीज मिले थे। इसी दौरान रायगढ़ में कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां 949 नए मरीज मिले हैं। 13 जनवरी को यहां केवल 454 मरीज मिले थे। दुर्ग में 854, कोरबा में 444, बिलासपुर 391, जांजगीर-चांपा में 243 और राजनांदगांव में 209 नए मरीज मिले।
पांच मरीजों की मौत हो गई
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शुक्रवार को कोरोना से पांच मरीजों की मौत हो गई। इनमें से चार को कोरोना के अलावा दूसरी गंभीर बीमारियां भी थीं। एक मरीज की मौत की वजह कोरोना ही बताई गई है। यह मौतें दुर्ग, रायपुर, धमतरी, कोरबा और जांजगीर-चांपा में हुई हैं। 13 जनवरी को 7 मरीजों की मौत रिपोर्ट हुई थी। इससे पहले लगातार तीन दिनों तक चार-चार मरीजों की जान गई थी। कोरोना संक्रमण से अब तक प्रदेश के 13 हजार 639 लोगों की जान जा चुकी है।
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